Nafrat nhi he kisi se
Bs ab koi acha nahi lagta ?
आँखे न फाड़ पगली, दिल को थोड़ा आराम दे, मुझे क्या देखती है ज़रा अपने बाले पे ध्यान दे।
दुश्मनो को सज़ा देनी की मेरी एक तहज़ीब है, मैं हाथ नही उठाता बस नज़रों से गिरा देता हूँ।